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Tuesday, July 12, 2016

पावसमे हम प्रोषित पतिका ( गीत )
शिव कुमार झा टिल्लू 
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अदराके बदरा हमर अंगना 
किए बैसल विदेश आबू ने सजना
टपटप अदराके बदरा हमर अंगना
किए बैसल विदेश आबू ने सजना ...
लतरल मेघकें कजरी सुनबितहुँ
प्रिय पाहुन ! अपने जौं अबितहुँ
ठमकल नुपुरक स्वर गर्जना
किए बैसल विदेश आबू ने सजना ...
आशकपथ पर मुरुझल लतिका
पावसमे हम प्रोषित पतिका
अहाँ बिनु कोन काजक कंगना ...
किए बैसल विदेश आबू ने सजना ...
चहकैत बिजुरी मोन जराबै
ठहकैत ठनका प्राण उड़ाबै
ड'रे बन्न दुहू नयना
किए बैसल विदेश आबू ने सजना ...
असमंजस के' बात कत' अछि
सिनेह ओहीठां भोग जत' अछि
पवित्र वरन अभिनव गहना
किए बैसल विदेश आबू ने सजना ..

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