हे जननी जगदम्ब भवानी ! ( भगवती वंदना )
शिव कुमार झा टिल्लू
*************************************************
हे जननी जगदम्ब भवानी
मात्र अहीं अबलम्ब भवानी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
सकल जगत के काल विनाशिनी
रौद्र रूप सभ संकट नाशिनी
हर हरि ब्रह्म तेज रुद्राणी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
पूर्ण भक्ति लग मुग्ध स्वरूपा
मायक प्रांजल मोहक रूपा
हम अबोध आँचर तर कानी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
लक्ष्मी बनि पालक संग विचरण
काली रूप काल तन सिहरन
गणपति रक्षक शिवक शिवानी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
वाकदेवी स्वर शब्दक चिंतन
ब्रह्मचारिणी तृष्णाके' मर्दन
महागौरि कल्मष कल्याणी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
शिव कुमार झा टिल्लू
*************************************************
हे जननी जगदम्ब भवानी
मात्र अहीं अबलम्ब भवानी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
सकल जगत के काल विनाशिनी
रौद्र रूप सभ संकट नाशिनी
हर हरि ब्रह्म तेज रुद्राणी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
पूर्ण भक्ति लग मुग्ध स्वरूपा
मायक प्रांजल मोहक रूपा
हम अबोध आँचर तर कानी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
लक्ष्मी बनि पालक संग विचरण
काली रूप काल तन सिहरन
गणपति रक्षक शिवक शिवानी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
वाकदेवी स्वर शब्दक चिंतन
ब्रह्मचारिणी तृष्णाके' मर्दन
महागौरि कल्मष कल्याणी
हे जननी जगदम्ब भवानी !
No comments:
Post a Comment