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Tuesday, July 12, 2016

गीत ( कन्या भ्रूण ह्त्या )
शिव कुमार झा टिल्लू 
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नवनव जोड़ि जोड़ि नवल सजेलहुँ
हे ! आशाकेँ जगेलहुँ- 
त' कि'ए घोंटलहुँ हे बाबू बेटी के परनमा !
नीके लाले अबितहुँ दुलार सिखबितहुँ
भ'रिए देतहुँ हे लक्ष्मीबनि धन सोनमा
अबोध ने बोध देखल केहेन कपार लिखल
कनेको भेंटल ना माय नेहरस कनमा !
धयने रहू माता धीर सातेमासे देलहुँ पीड़
बेटिए बनि क' ना आयब अगिला जनममा !
लीखि क' राखब माता बेटा रखलक केहेन नाता
फेरसँ जोड़ब ना तनयक तोड़ल ओ मनमा !
अंतिम ई आश देवि बेटी केँ राखब सेबि
मोन जुड़त ना जखन दाबत दुखित तनमा !
मायबापक सुनय आह बेटा हो की बेटी वाह
धर्म ने बुझय ना त' जीबिते मरनमा !

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